Tuesday, July 29, 2008
सचमुच आप प्रेरणा से कम नही हो सर जी.
प्रस्तुतकर्ता Anonymous पर 10:20 AM 0 टिप्पणियाँ
काश देश का हर गाँव ऐसा करता..
अरुण गुप्ता ,दैनिक जागरण से सम्बद्ध हैं। ये ''कुछ हट के'' नम के ब्लॉग के मोडेरेटर भी हैं। अरुण अपने ब्लॉग पर गाँव से जुड़ी बात को शिद्दत से उठाते हैं.उन्होंने एक ऐसे गाँव की चर्चा की है जहाँ के लोगों ने नशा के विरोध में कुछ ऐसे कदम उठाए:-
प्रस्तुतकर्ता Anonymous पर 10:13 AM 1 टिप्पणियाँ
Monday, July 28, 2008
गूगल ने किया फ़िर नया धमाका
प्रस्तुतकर्ता Anonymous पर 11:46 PM 0 टिप्पणियाँ
Saturday, July 26, 2008
आइए बिहार के इस पत्रकार की हरसंभव मदद करें....
प्रस्तुतकर्ता Anonymous पर 8:30 AM 1 टिप्पणियाँ
इस गली में बालिका शिक्षा की असली तस्वीर दिखती है...दैनिक जागरण बेगुसराय के रिपोर्टर ने दिखाया सच
-
*बेगुसराय का एक मात्र महादलित और अतिपिछडा वर्ग की पंचायत कुसमहौत की आठ हजार की आबादी में एक भी लड़की मैट्रिक पास नही
सदर प्रखंड के एक मात्र महादलित व अतिपिछड़ा वर्ग की पंचायत कुसमहौत में आज भी उच्च शिक्षा की किरण नहीं पहुंची है। पंचायत की करीब आठ हजार की आबादी में एक भी लड़की मैट्रिक पास नहीं है। यहां की लड़कियों के मैट्रिक पास से वंचित रहने का मुख्य कारण उच्च विद्यालय का अभाव बताया जा रहा। यहां से करीब आठ किलोमीटर दूर चांदपुरा में उच्च विद्यालय है जहां जाने-आने की कोई सुविधा नहीं। लड़कियों के मैट्रिक पास न रहने से अच्छे परिवार में रिश्ता तय करने में भी परेशानी आती है। चाहे वह खूबसूरत ही क्यों न हों। बताते चलें कि पंचायत में 1956 में एक प्राथमिक विद्यालय की स्थापना की गयी थी। जिसमें वर्तमान में 12 शिक्षक व 758 विद्यार्थी है। जिसमें 428 लड़कियां ही नामांकित है। इससे यहां लड़कियों में पढ़ने के प्रति पैदा हुई ललक का अंदाजा लगाया जा सकता है। उच्च विद्यालय के नहीं रहने से लड़कियां मध्य विद्यालय से आगे की पढ़ाई नहीं कर पाती है। सातवीं कक्षा की छात्रा किरण कुमारी, पूनम कुमारी, माधुरी कुमारी छठे कक्षा की चांदनी कुमारी, काजल कुमारी को गांव में उच्च विद्यालय नहीं रहने का अफसोस है। उनका कहना है कि अभिभावक आवागमन व सुरक्षा कारणों से उन्हे बाहर पढ़ने के लिए नहीं भेज पाते है। पंसस पवन राय भी स्वीकारते हैं इस पंचायत के पिछड़ेपन की मुख्य वजह अशिक्षा है। उन्होंने यह भी बताया कि अभी यहां के लोग 70 प्रतिशत निरक्षर है। पंचायत के महादलित मुखिया उमदा देवी ने का कहना है कि यह पंचायत शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली हर दृष्टि से उपेक्षित है। मुखिया बताती है कि इसी वर्ष 3 फरवरी को जद यू कार्यकर्ता सम्मेलन में स्थानीय सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह से ग्रामीणों ने कस्तुरबा गांधी बालिका उच्च विद्यालय की मांग की गयी थी। उन्होंने इसकी स्वीकृति दिलाने का आश्वासन भी दिया था। लेकिन स्वीकृति नहीं मिली। पंचायत के मुखिया उमदा देवी, पंसस पवन राय एवं समस्त ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कस्तूरबा गांधी बालिका उच्च विद्यालय की स्वीकृति प्रदान करने की मांग की है।
प्रस्तुतकर्ता Anonymous पर 8:07 AM 0 टिप्पणियाँ
लन्दन के पाँच वर्ष के बच्चे ने झाडू का पेटेंट करवाया
प्रस्तुतकर्ता Anonymous पर 7:45 AM
Friday, July 25, 2008
बाईस किलोग्राम का टयूमर था महिला के पेट में
बेगूसराय के कारीचक-छपकी गांव निवासी मो. जैनू की पत्नी मासूमा खातून के पेट से गुरुवार को डा. शैलेन्द्र लाल के क्लीनिक में तीन घंटे के आपरेशन के बाद 22 किलो मांस का लोथड़ा (ट्यूमर) निकाला गया। तो उसे देखने लोगों की भीड़ जमा हो गयी। पीड़ित परिवार के अनुसार, मासूमा खातून पांच साल से बीमार थी। लेकिन उसे यह मालूम नहीं था कि उसके पेट के अंदर मांस का गोला पल रहा है। तीन दिनों पहले वह डा. शैलेन्द्र लाल के क्लीनिक में जांच कराने आयी। डाक्टर ने अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन करवाने को कहा। रिपोर्ट में महिला के पेट में ओवेरियन सिष्ट पाया गया है। डाक्टर लाल द्वारा सफलता पूर्वक किये गये इस आपरेशन की चर्चा पूरे इलाके में व्याप्त है।
प्रस्तुतकर्ता Anonymous पर 4:13 AM 0 टिप्पणियाँ
Wednesday, July 16, 2008
बेगुसराय के सिविल सर्जन बंधक बनाय गए:सुशासन में देखिये यह तमाशा
मोटी रकम लेकर किये गए स्थानांतरण पदस्थापन को रद करें नहीं तो सीएस साहब आपको यहां के कर्मचारी जेल भेज देंगे। आपके कार्यकाल में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच चुका है। किसी भी मेडिकल सर्टीफिकेट बनाने में दो हजार से पांच हजार रूपए तक लिए जा रहे हैं। यहां तक कि कर्मचारियों के वेतन भुगतान में भी सिविल सर्जन द्वारा राशि मांगे जाने का आरोप बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के शिष्टमंडल ने सिविल सर्जन डा। मदन लाल अग्रवाल से वार्ता के दौरान प्रकोष्ठ में कही। शिष्टमंडल में कर्मचारी महासंघ के जिला मंत्री शशिकांत राय, स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला मंत्री अरुण कुमार सिंह, अध्यक्ष श्रीमती कृष्णा कुमारी, योगेन्द्र झा, कालीकांत साह सहित अन्य कर्मचारी नेताओं ने अपनी मांगों को ले घंटों सीएस को कार्यालय में बंधक बनाए रखा। इस क्रम में पद धारक कर्मचारियों के स्थानांतरण को रद करते हुए 17 जुलाई तक पत्र निर्गत करने की मांग की। कर्मचारी नेताओं ने सीएस को घेर कर घंटो जलील किया। सीएस और शिष्टमंडल के बीच कई बार हाथापायी की स्थिति बनती रही। शिष्टमंडल के नेता शशिकांत राय ने कहा कि डा. मदन लाल अग्रवाल अब तक सीएस में सर्वाधिक भ्रष्ट हैं। वहां उपस्थित स्वास्थ्य विभाग के सभी कर्मियों ने सीएस द्वारा रात के दस बजे तक कार्यालय चलाने का कड़ा विरोध किया। सीएस अवैध वसूली के लिए देर रात तक कार्यालय में डटे रहते हैं तथा कर्मियों को परेशान करते हैं। जिसका सभी कर्मचारियों ने जमकर विरोध किया। इस मुद्दे पर सिविल सर्जन डा. अग्रवाल ने कर्मचारियों के हो-हंगामा की पुष्टि करते हुए कहा कि नेतागण अनावश्यक रूप से दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं। नेतागिरी के नाम पर कई कर्मचारी अपने पद पर वर्षो से डटे हैं उन्हें ही हटाया गया है। साभार:दैनिक जागरण
प्रस्तुतकर्ता Anonymous पर 12:16 AM 0 टिप्पणियाँ
Tuesday, July 15, 2008
थैंक्यू नवभारत टाइम्स, मुंबई- करूणाकर के लिए ''भड़ास'' की मुहिम को सराहा
प्रस्तुतकर्ता Anonymous पर 8:16 AM 0 टिप्पणियाँ
प्रधान जी डौट कॉम का बेगुसराय में शुभारम्भ :गाँव में होगा नया प्रयोग
प्रस्तुतकर्ता Anonymous पर 7:32 AM
Sunday, July 13, 2008
बेगुसराय पुलिस का घृणित कारनामा :लोगों का विशवास हो रहा है खंडित
बेगूसराय । वर्दी पहनने के साथ राष्ट्र की इमानदारी से सेवा का संकल्प लेने वाली पुलिस जब जाली नोट का कारोबार करने वाले राष्ट्रद्रोही को बाइज्जत बरी कर दे तो इसे आप अंधेर नगरी, चौपट राजा वाली स्थिति ही कहेंगे। ऐसा ही किया गया है बेगूसराय की नगर पुलिस द्वारा। शहर के अम्बेदकर चौक के दुकानदारों द्वारा पांच सौ के पांच जाली नोटों को खपाने के चक्कर में रंगेहाथ धरे गए हरदिया निवासी सूत्रधार मो। बारिक शाह को नगर पुलिस ने लेनदेन कर छोड़ दिया। बारिक को टाइगर मोबाइल के जवान संतोष कुमार जायसवाल ने 27 मई को सुबह नौ बजे दुकानदारों से हिरासत में लेकर नगर थानेदार संजीव कुमार के हवाले किया था। इसके बाद शुरू हुआ वर्दी की आड़ में रुपये कमाने का खेल। अब पुलिस की एक टीम बारिक को ले हाई लेबल गेम में जुट गयी और सीधे उसके गांव हरदिया पहुंची। बारिक ने पूछताछ के क्रम में जाली नोट की सप्लाई गांव के डीलर अब्बू जफर के बेटे मुश्ताक द्वारा करने की बात पुलिस को बतायी। इसके बाद पुलिस दल-बल के साथ हरदिया पहुंची और डीलर अब्बू जफर के घर की दो घंटे तक तलाशी ली। इस दौरान मो. मुश्ताक तो फरार हो गया लेकिन घर के एक कमरे से तीन देशी पिस्तौल व एक पांच चक्रीय देशी रिवाल्वर समेत तीन जीवित कारतूसों की बरामदगी हुई। इस दौरान अब्बू जफर, मो. अशफाक, मो. मोख्तार, मो. इस्तेहाक व दामाद मो. कामिल हसन को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद जाली नोटों के साथ पकड़े गए बारिक को पुलिस छोड़ दी। अब जाकर यह राज खुला है सदर डीएसपी पंकज कुमार के सुपरविजन रिपोर्ट से। उनकी रिपोर्ट में नगर थानेदार संजीव को बारिक पर एक अलग प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान करने का निर्देश दिया गया है। डीएसपी की रिपोर्ट में इस गैर जिम्मेदाराना कार्य के लिए कई अन्य पुलिस अधिकारियों पर भी अनियमितता का आरोप लगाया गया है। साभार:(जागरण.कॉम)
प्रस्तुतकर्ता Anonymous पर 1:13 AM
डीएसपी आवास के सामने युवक को गोलिओं से छलनी किया:शहर के लोग बढ़ते अपराध से हैं परेशान
डीएसपी आवास के सामने युवक को गोलियों से छलनी किया बेगूसराय । जिले भर में पुलिसिया निकम्मेपन से अपराधियों का आतंक चरम पर पहुंच गया है। उनके बढ़े मनोबल का इससे बड़ा उदाहरण और क्या हो सकता है कि अपराधी डीएसपी आवास के सामने अब लूटपाट व हत्या की घटनाओं को बेखौफ अंजाम दे रहे हैं। नगर थाना क्षेत्र में नित्य घट रही घटनाओं से प्रमाणित हो चुका है कि अपराधियों के सामने पुलिस अब नतमस्तक हो चुकी है। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मिथिला नगर ऐघु में बुधवार की शाम आठ बजे राजेश कुमार नामक युवक को छलनी किये जाने की चर्चा थमी भी नहीं थी कि चार घंटे बाद ही घर लौटने के क्रम में मुख्यालय डीएसपी आवास के सामने बाघा निवासी 35 वर्षीय नन्दकिशोर दास से लूटपाट के क्रम में अपराधियों ने उसे गोलियों से भून डाला। डीएसपी आवास के निकट गोलीबारी व हत्या होने के बावजूद उसका शव साढ़े छह घंटे तक सड़क पर ही पड़ा रहा। नगर पुलिस साढ़े छह बजे प्रात: घटनास्थल पर पहुंच शव को कब्जे में लेकर अन्त्य परीक्षण के लिए अस्पताल भेजी। परिजनों ने अस्पताल में बताया कि व्यवसायी नंदकिशोर दास अपनी दुकान बंद कर बुधवार की रात लगभग बारह बजे घर लौट रहा था। रास्ते में सुहृदनगर-पनहास स्थित मुख्यालय डीएसपी आवास के सामने पूर्व से घात लगाए लुटेरों ने नंद किशोर पर हमला बोल दिया। लूटपाट का विरोध करने पर लुटेरों ने अंधाधुंध फायरिंग कर उसे वहीं ढेर कर दिया। तीन गोलियां आर-पार हो जाने के कारण नंद किशोर की मौत घटना स्थल पर ही हो गई। इसके पश्चात अपराधियों ने उसके सारे रुपए जेब से निकाल लिये। जानकारी मिलते ही अल सुबह ग्रामीणों ने घटना स्थल पर हो-हंगामा कर सड़क जाम कर दिया तथा नगर थानाध्यक्ष व एसपी मुर्दाबाद के नारे जमकर लगाए। इसके बाद किसी तरह पुलिस ने शव को अन्त्य परीक्षण के लिए सदर अस्पताल लाया। जहां पुलिसिया कागजी प्रक्रिया में विलंब के कारण पोस्टमार्टम के लिए हो रही देर से आक्रोशित परिजनों ने डाक्टर व नगर पुलिस के विरुद्ध जमकर घंटों नारेबाजी की। इधर नगर पुलिस ने ट्राफिक चौक के आसपास वर्षो से अवैध रूप से देसी शराब बेचने वाले बरौनी निवासी अमित पासवान को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। वह वर्तमान में पोखरिया में रहता है तथा नंद किशोर की हत्या से पूर्व रेलवे गुमटी के पास उसके साथ था। डीएसपी आवास के पास कई चक्र गोलियां चलने के बाद भी डीएसपी आवास के हाउस गार्ड के मूकदर्शक बने रहना तथा नगर पुलिस का प्रात: पहुंचना लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोगों ने वरीय अधिकारियों से लापरवाह पुलिस पदाधिकारियों पर शीघ्र कार्रवाई की मांग की है। (साभार :-दैनिक जागरण)
प्रस्तुतकर्ता Anonymous पर 1:08 AM