Saturday, April 5, 2008

ठगी के अनोखे तरीके का हुआ पर्दाफाश :स्टेट बैंक पंचविर के शाखा प्रबंधक चर्चा के केन्द्र में

एक तरफ़ जहाँ सरकार युवाओं के हित एवं उनको आत्मनिर्भर बनाने के लिए नित नविन योजनाओं को लेकर धरातल पर क्रियान्वित कर रही है वहीं दूसरी तरफ़ उसी समाज में कुछ ऐसे लोग सक्रीय हैं जो आम लोगों एवं युवाओं को दिग्भ्रमित कर उनके जीवन साथ खिलबार कर रहे हैं। जी हाँ ,हम बात कर रहे हैं बेगुसराय के साहेब पुर कमाल के पंचविर पंचायत के कुछ युवाओं की जो अपने आंखों में सपनों को संजोये अपने लिए ,अपने समाज के लिए कुछ करने की तम्मान्ना लिए अपने दैनिक दिनचर्या में मशगूल थे.इसी दौरान इसी युवा समूह के कुछ लड़के यथा सिकंदर कुमार,विक्रम कुमार व अन्य सहरसा जिला के सौर बाजार की कथित कम्पनी ''पोद्दार सूत उद्योग'' के झांसे में आ गए.इन युवाओं को कथित कम्पनी के निदेशक ने यह बताया की मेरी कम्पनी स्वरोजगार एवं आत्मनिर्भर के मिसन पर चल रही है,जिसका उद्देश्य समाज के हर वर्गों को लाभ पहुंचाना है इतना ही नही हमारी कम्पनी के नए केन्द्र का उद्घाटन संबंधित जिला के जिलाधिकारी करते हैं। तथ्यों को पुष्ट करने के लिए निदेशक ने सहरसा के जिलाधिकारी के द्वारा उद्घाटन किए जाने की चर्चा भी की। पंचविर के इन युवाओं पर अपनी निगाहें टिकाने का निदेशक का उद्देश्या रुपये ले कर चम्पत हो जाना था लेकिन ये लोग उनकी कुटिल चाल में आगये और कम्पनी के कथनानुसार पंचविर में एक कार्यालय भी खोल दिया और उन्हें यह बताया गया की आम लोगों को यह कह कर १६० रुपए लो की आप लोगों को सूत काटने वाली मशीन और प्रशिक्षण मुफ्त में दिया जाएगा। इन युवकों ने पूरे जोर-शोर से प्रखंड के विभिन्न गाँव में जा जा कर लोगों से मौखिक रूप में किसी से १अ६० तो किसी से तीन सौ रुपये वसूलने लगे,जब लगभग एक लाख वसूल कर कम्पनी को दे दिया गया तो इन लोगों को आश्वाशन दिया गया की आप लोग प्रशिक्षण केन्द्र के उद्घाटन की तिथि बता कर हमें सूचित करो ताकि सभी लोगों को सूत काटने की मशीन उपलब्ध करवा दी जाए। इन युवाओं को खुशी का ठिकाना नही रहा की चलो उनकी मेहनत रंग तो लाई लेकिन इन युवाओं का मोह्भाग तो तब हुआ जब इन्हे एक चेक थमा दिया गया और समस्तीपुर जिला के पुआआसा स्थित एक सूत केन्द्रा का रास्ता दिखला दिया गया जहाँ कम्पनी के द्वारा दिया गया उक्त चेक फर्जी साबित हुआ। तो इधर उद्घाटन की तिथि भी घोषित कर दी गयी थी और लाभुकों को भी आमंत्रित कर के बुला लिया गया था लेकिन न तो वह मशीन ही आया और नही के कोई प्रतिनिधि। अब हम बात करते हैं पंचविर स्टेट बैंक के प्रबंधक श्री आर एन राय की ,जनाब की छवि क्षेत्र में काफ़ी उत्कृष्ट है,आम लोग यह कहते हैं की पंचविर स्टेट बैंक इनके पदस्थापना काल से काफ़ी तरक्की किया है लेकिन जब इस आलेख के लेखक ने प्रखंड क्षेत्र का दौरा किया तो आम लोग यह कहते पाये गए की श्री राय ने उक्त केन्द्र का विधिवत उद्घाटन किया था.यहाँ तक की उद्घाटन के बाद जब क्षेत्र में सूत काटने की मशीन को लेकर पैसे वसूले जा रहे थे तो कम्पनी के अधिकृत फर्जी लोगों ने प्रबंधक की भूमिका और उद्घातान्कर्ता के रूप में लोगों को बता बता कर पैसा वसूला गया।
अब हकीकत से श्री राय का क्या वास्ता है ये तो वो ही जानें लेकिन स्टेट बैंक के प्रबंधक होने के नाते पुरी पड़ताल के बाद ही उन्हें ऐसे फर्जी प्रशिक्षण केन्द्र के उद्घाटन में सहयोग देना चाहिए। ताजा हालत यह है की जिन लोगों का पैसा डूबा है वे स्थानीय सक्रीय कार कर्ताओं पर दबाब दाल रहे हैं जबकि कम्पनी के मुख्य करता धरता का कोई अता पता नही है। इस सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी देते हुए कम्पनी का पंचविर प्रभारी मंडल के सदस्य सुजीत कुमार और विक्रम कुमार ने संवाददाता को यह जानकारी दी की जिन लोगों से पैसे वसूले गए हैं उनको हम लोग अपने घर से पैसे वापस करेंगे लेकिन प्रश्न यहीं दम नही तोड़ता नजर नही आ रहा है ,ऐसी कम्पनी इन युवाओं को अपने जाल में फंसा कर इनके जीवान के साथ तो खिलवाड़ कर ही रहे हैं साथ ही साथ आम लोगों के विश्वास को भी खंडित करने का प्रयास कर रहे हैं। अब देखना यह है की क्या इन युवाओं के द्वारा स्थानीय थाना में फर्जीवाडा का मामला दर्ज करने का प्रयास किया जाता है या नही लेकिन इस प्रकार की घटना आम लोगों को एक सबक देकर जरुर जाती है।
(समाचार संकलन में मनीष राज और राजीव नयन की महत्वपूर्ण भूमिका रही)
प्रस्तुतकर्ता:-मनीष राज (प्रवक्ता)
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